प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे 76200 करोड़, ये विश्व के टॉप पोर्टो में होगा शामिल
नई दिल्ली। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के पालघर में वधावन पोर्ट बनाने हो हरी झंडी दे दी है। यह प्रोजेक्ट 76200 करोड़ रुपए का होगा। यहां कंटेनर की कैपेसिटी 20 मिलियन होगी। इससे पोर्ट के आसपास के इलाके में 12 लाख रोजगार का पैदा होंगे। इस पोर्ट के पास रेलवे और हवाई अड्डे की भी कनेक्टिविटी होगी। यहां नौ कंटेनर टर्मिनल बनाए जाएंगे और मेगा कंटेनर पोर्ट होगा। पोर्ट का पहला फेज 2029 तक पूरा कर लिया जाएगा। ये पोर्ट विश्व के टॉप टेन पोर्टो में शामिल होगा।
ये पोर्ट मुंबई से लगभग 150 किलोमीटर दूरी स्थित है। केंद्र सरकार ने कहा है कि इस पोर्ट के निर्माण के लिए हर एक स्टेकहोल्डर से बातचीत की गई है। पोर्ट के डिजाइन में बदलाव किया गया है और अब इसे स्थानीय लोगों को फायदा पहुंचाने के हिसाब से तैयार किया जाएगा। एक खास बात यह कि ये पोर्ट इंडिया मिडिल ईस्ट कॉरिडोर के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। इस पोर्ट पर कोस्ट गार्ड का एक अलग बर्थ होगा। इसके अलावा एक फ्यूल बर्थ भी होगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस पोर्ट को जवाहर लाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (जेएनपीटी) और महाराष्ट्र मेरिटाइम बोर्ड मिलकर बना रहे हैं। इसमें जेएनपीटी की हिस्सेदारी 74 फीसदी और महाराष्ट्र मेरिटाइम बोर्ड की 26 फीसदी होगी।