इंदौर। इंदौर का हर नागरिक शहर के बर्बाद ट्रैफिक सिस्टम से ना सिर्फ परेशान है। इंदौर में कहीं पर भी ट्रैफिक सही स्थिति में नहीं नजर आता है। वहीं इसे लेकर अब इंदौर को ट्रैफिक में नंबर वन बनाने के अभियान की शुरुआत सोमवार से की गई। इस दौरान ट्रैफिक मित्रों का सम्मान किया गया।
इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर को हम विकसित होते देख रहे है। हम सफाई और हरियाली में नंबर वन हो चुके है, लेकिन बिगड़ा ट्रैफिक हमारे शहर का बदनुमा दाग है, इसे सालभर में मिटाना है।
निगम परिषद के दो साल पूरे हुए। जब तीन साल पूरे हो, तो इंदौर ट्रैफिक में नंबर वन होना चाहिए।इंदौर की प्रगति की राह में सभी की सहभागिता महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इंदौर में जनसंख्या के आधार पर सबसे ज्यादा वाहन है। सप्ताह में एक दिन कार वालों को सायकिल चलाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। पहले गरीब लोग सायकिल चलाते थे, लेकिन अब अमीर लोग सेहत ठीक रखने के लिए सायकिल चलाते है।
इससे ट्रैफिक भी सुधरेगा और सेहत भी ठीक होगी। विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर में नशे के खिलाफ अभियान चलाना चाहिए। इंदौर नशा मुक्त होना चाहिए, ताकि युवा नशे से दूर रहे।
मेयर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर के ट्रैफिक को लेकर जो नकारात्मक मानसिकता है, पहले हमें उससे बाहर निकलना होगा। इंदौर को ट्रैफिक में नंबर वन मान कर अभियान से जुड़े, ट्रैफिक के नियमों का पालन करें।
ट्रैफिक में खुद सुधार नजर आने लगेगा। मेयर ने कहा कि प्रवासी सम्मेलन के दौरान सप्ताहभर तक शहर के किसी भी चौराहे पर जाम नही लगा। पौधारोपण अभियान के समय भी ट्रैफिक जाम नही हुआ। इंदौर सुगम ट्रैफिक में नंबर वन होगा। इंदौर में ट्रैफिक सुधार के संसाधन की व्यवस्था नगर निगम लगातार कर रहा है।
पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने कहा कि इंदौर ने जो कुछ ठाना वो करके दिखाया। सफाई, हरियाली में हम नंबर वन बन गए, अब ट्रैफिक की बारी है। इंदौर में ट्रैफिक की रोटरी को लेकर लगता है कि रोटरी मूर्तियों को लगाने के लिए लगाई जाती है, लेकिन यह ट्रैफिक को सुचारू बनाने के लिए होती है। वहां भी नियमों का पालन करना चाहिए।