उज्जैन। उज्जैन में शुक्रवार को तेज बारिश के बीच महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार की दीवार गिर गई। जिसके मलबे में कुछ लोग दब गए। घायल हो गए श्रद्धालुओं को रेस्क्यू टीम ने तुरंत मलबे से बाहर निकाला और इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई जा रही है। उज्जैन में अभी भी तेज बारिश का दौर जारी है। हादसे में अब तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
उज्जैन में पिछले कुछ दिनों से लगातार तेज बारिश का दौर जारी है लेकिन इस बारिश से महाकाल मंदिर क्षेत्र में आफत आ गई। महाकाल मंदिर के गेट नंबर 4 पर ज्योतिशाचार्य पंडित आनंद शंकर व्यास के मकान के पास एक पुरानी दीवार भर-भराकर ढह गई। दीवार के पास सामान बेचने वाले कुछ लोग इसकी चपेट में आ गए। महाकाल मंदिर प्रशासन को सूचना दी गई कि दीवार गिरने की वजह से कुछ लोग मलबे में दब गए हैं।
आनन-फानन में सहायता बुलाई गई और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी गई। पुलिस और बचावकर्मियों को तुरंत मौके पर भेजा गया। जैसे ही इन लोगों के दबने की सूचना महाकाल मंदिर प्रशासन को लगी उन्होंने तुरंत महाकाल थाना पुलिस व मंदिर कर्मचारियों की सहायता से घायलों को मलबे से बाहर निकाला। उन्हें उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया है। मलबे में कितने लोग दबे हैं और कितने को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला है अभी इसकी जानकारी नहीं है। रेस्क्यू टीम लगातार बचाव कार्य करने में लगी हुई है। एसपी प्रदीप शर्मा ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है।
महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया दीवार गिरी है। मंदिर से जुड़े सभी लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। पुलिस भी मौजूद है। सभी को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।