नई दिल्ली। महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में निर्वाचन आयोग की तरफ से बड़ी जानकारी दी गई है। आगामी चुनाव के मद्देनजर मुंबई में एक बैठक के बाद देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की तारीखों को लेकर कोई ऐलान तो नहीं किया हालांकि उन्होंने इतना जरूर कहा कि महाराष्ट्र विधान सभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, इसलिए चुनाव उससे पहले पूरा करना होगा।
राजीव कुमार ने कहा, हम यहां अपने आगामी चुनावों पर चर्चा करने आए हैं। आपकी राय हमारे लिए मायने रखती है। पिछले दो दिनों में, हमने सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों और हितधारकों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की। उन्होंने बताया, महाराष्ट्र में विधानसभा के कुल 288 निर्वाचन क्षेत्र हैं, जिनमें एसटी निर्वाचन क्षेत्र 25 और एसटी निर्वाचन क्षेत्र 29 हैं। प्रदेश में कुल 100186 मतदान केंद्र हैं, जो एक बड़ा राज्य है। इनमें से 42,585 शहरी बूथ और 57,600 ग्रामीण बूथ हैं।
राज्य में कुल मतदाता 9.59 करोड़ हैं जिनमें 4.59 करोड़ पुरुष और 4.64 करोड़ महिलाएं हैं। 85 वर्ष और उससे अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 12.48 लाख है। जबकि लगभग 19.48 लाख संख्या में 18-19 साल के वो युवा हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। सीईसी बोले, इस चुनाव के दौरान हमारा मुख्य फोकस युवाओं पर ध्यान केंद्रित करने का है क्योंकि वे ही लोकतंत्र को आगे बढ़ाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव आयोग वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों का भी विशेषतौर पर ध्यान रखता है। 2024 के संसदीय चुनावों में, हमने 85 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को उनके घर पर ही वोट डलवाने की एक राष्ट्रव्यापी पहल की। यह हमारे लिए बहुत सकारात्मक अनुभव रहा। देश भर के लोगों से इसके लिए हमें सराहना मिली।
कई बुजुर्गों ने आभार व्यक्त करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आयोग द्वारा घर आकर वोट डलवाया गया, जिससे उन्हें यह सुनिश्चित करने में मदद मिली कि घर पर मतदान करने में कोई समस्या नहीं है। हम राजनीतिक दलों को वोट संग्रह के लिए अपनी यात्रा के बारे में पहले से सूचित करते हैं, नामांकन के दिन, हम उनके घरों पर फॉर्म वितरित करते हैं ताकि जो लोग घर से मतदान करना चाहते हैं वे उन्हें आसानी से फॉर्म भर सकें।