पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में पाक रेंजर्स की बर्बरता को लेकर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग उठी है।
ग्लास्गो में पीओके के दिग्गज राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब ने इसको लेकर भारत से विशेष अपील की है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार पीओके का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाए और पाकिस्तानी राजदूत को तलब करे।
अमजद अयूब ने कहा, पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां दिनदहाड़े हत्या हो रही है, जिससे जिंदगियां खतरे में है।
अयूब मिर्जा ने भारत सरकार से पाकिस्तानी राजदूत को तलब करने की अपील की है। मिर्जा ने कहा, पाकिस्तान में प्रदर्शनकारियों पर रेंजर्स ने फायरिंग की है।
वहां लोग रोजमर्रा के सामानों के दाम में रियायतों की मांग कर रहे हैं। ऐसे में दुनियाभर के समुदायों को साथ आकर पीओके का समर्थन करना चाहिए।
अयूब मिर्जा ने कहा, पीओके के लोग खासकर युवा पीढ़ी सड़कों पर पाकिस्तानी सेना का मुकाबला कर रही है। पाकिस्तानी सेना लोगों को गोली मार रही है।
हमारे लोग लड़ रहे हैं। शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों ने पूरे पीओके को बंद कर दिया है। बता दें कि पीओके में प्रदर्शन के दौरान भारत के समर्थन में कई नेताओं ने बयान दिए हैं।
पाक ने कमांडो तैनात किये
अयूब मिर्जा ने दावा किया, पीओके में तनाव के चलते मुजफ्फराबाद में हेलीकॉप्टरों के माध्यम से सेना के कमांडो की तैनाती की जा रही है।
उन्होंने बताया कि हर हेलीकॉप्टर में 20-25 कमांडो होते हैं, जिससे हिंसा और जानमाल के नुकसान की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है।
प्रदर्शनकारियों की मांगें
– गिलगित-बाल्टिस्तान की तर्ज पर गेहूं की सब्सिडी दी जाए।
– मंगला डैम सेबननेवाली बिजली की लागत के आधार पर ही बिल लिया जाए।
– पंजाब के अधिकारियों को मिलने वाले अधिक वेतन और भत्तों को वापस लिया जाए।
– छात्र यूनियनों पर बैन हटे और चुनाव कराए जाएं।
– पीओके में जम्मू-कश्मीर बैंक को भी अधिसूचित किया जाए।
– स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों को उचित फंड और शक्तियां मिलें।
– सेलुलर कंपनियों और इंटरनेट के रेटों को भी उचित किया जाए।
– प्रॉपर्टी ट्रांसफर टैक्स कम किया जाए।
– जवाबदेही ब्यूरो का गठन किया जाए और गलती करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाए।
– स्थानीय स्तर पर उद्योगों को बढ़ावा मिले और पेड़ों को काटने पर पाबंदी लगाई जाए।
कौन कर रहा प्रदर्शन
पाकिस्तान में यह प्रदर्शन जम्मू-कश्मीर अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) के बैनर तले हो रहा है। इस कमेटी में सबसे अधिक संख्या छोटे कारोबारियों की है।
कमेटी की ओर से पिछले पांच दिनों से प्रदर्शन जारी है। पहले स्थानीय कारोबारियों ने अपनी दुकानों को बंद किया और इसके बाद हड़ताल का ऐलान कर दिया। कमेटी की ओर से मुजफ्फराबाद के लिए मार्च भी निकाला गया।