तेलंगाना के मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने आरोप लगाया कि फोन टैपिंग के आरोपों के बाद पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के दामान हरीश राव अमेरिका भाग गए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केसीआर सरकार ने व्यापारियों और न्यायाधीशों सहित 1200 से अधिक फोन टैप किए। उन्होंने मामले की जांच कर रही एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से केसीआर के दामाद के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की है।
कांग्रेस सरकार में मंत्री रेड्डी ने कहा कि फोन टैपिंग के पीछे का मास्टरमाइंड पूर्व एसआईजी डीजी प्रभावकर राव है। प्रभाकर राव के निर्देश पर 1200 फोन टैप किए गए, जिनमें व्यवसायियों और यहां तक कि न्यायाधीशों के फोन भी शामिल हैं। यह सबूत है कि विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद पूर्व सीएम केसीआर के दामाद हरीश राव और प्रभाकर अमेरिका भेजा गया। उन्होंने कहा, हमने रेड कॉर्नर नोटिस की मंजूरी के लिए सीबीआई को पत्र लिखा है।
फोन टैपिंग का मामला तब सामने आया, जब पूर्व डीसीपी पी राधाकृष्ण राव ने आरोप लगाया कि 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर नजर रखने के लिए कथित तौर पर कई राजनेताओं, व्यापारियों और टॉलीवुड हस्तियों के टेलीफोन उपकरणों की निगरानी की गई थी। आरोप सामने आने के बाद बीजेपी सांसद बंदी संजय ने तेलंगाना के पूर्व सीएम राव को गिरफ्तार करने की मांग की थी। संजय ने एक्स पर कहा कि बीआरएस शासन के तहत की गई फोन टैपिंग आपातकाल से भी बदतर है। यह संवैधानिक और मानवाधिकारों का उल्लंघन है। बीजेपी नेताओं और हमारे अनुयायियों की टैपिंग से केसीआर का बीजेपी से डर अब खुलकर सामने आ गया है।