घटना बीते सप्ताह की है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के संघर जिले के मुंड जमराव गांव में ऊंट का दाहिना पैर काटने के बाद रुस्तम शार और उसके पांच नौकरों ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर पोस्ट होने के बाद पशु अधिकार संगठनों और लोगों ने जमकर विरोध किया। आलोचना और विरोध के बीच लोगों ने सरकारी से जमींदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।ऊंट के मालिक किसान सूमर बेहन ने मामले की जानकारी तब तक पुलिस को नहीं दी जब कि मामला सोशल मीडिया पर प्रकाश में नहीं आया, जब तक विरोध शुरू नहीं हो गया। विरोध शुरू होन के बाद अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया। सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह के निर्देश पर आश्रय स्थल का दौरा किया गया। उसके बाद पशुधन सचिव काजिम जाटो ने बताया, "ऊंट को तुरंत कराची में व्यापक आपदा प्रतिक्रिया सेवा (सीडीआरएस) पशु आश्रय स्थल में ले जाया गया। ऊंट के लिए दुबई से कृत्रिम पैर मंगवाया गया है।"
सचिव ने बताया कि सिंध सरकार ने पशु के उपचार का खर्च उठाने का वादा किया है। वहीं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी दुबई से ऊंट के लिए कृत्रिम पैर की व्यवस्था कर रहे हैं। जाटोई ने कहा कि ऊंट का पैर ठीक हो रहा है। उसके उपचार में अगले चरण के लिए मंगलवार को उसका एक्स-रे किया जाएगा। सीडीआरएस बेनजी निदेशक सारा जहांगीर ने कहा कि आश्रय स्थल के कर्मचारियों ने ऊंट को प्यार से कैमी नाम दिया गया। उसको संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है। उन्होंने कहा, "वह स्थिर है, लेकिन उसका पैर संक्रमित है।" "उपचार में ड्रेसिंग, एंटीबायोटिक्स और IV द्रव लगाना शामिल है। संक्रमण को दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।"