इजरायल और हमास के बीच चल रहे महायुद्ध ने अभी तक 28 हजार लोगों की जान ले ली है।
गाजा में एक चौथाई जनता भूख से बिलख रही है। इस बीच इजरायली सेना ने गाजा में हमास की पोल खोल दी है। आईडीएफ का कहना है कि उन्होंने गाजा में ताजा जमीनी ऑपरेशन में यूएन के हेडक्वार्टर के नीचे हमास की नई सुरंग खोज निकाली है।
इस सुरंग में स्टील की तिजोरियां हैं। बड़े-बड़े आलीशान कमरे हैं। साथ ही हाईटेक कम्यूटर रूम मिले हैं। इजरायली सेना का कहना है कि यह फिलिस्तीनियों के लिए मुख्य राहत एजेंसी के हमास के शोषण का नया सबूत है।
इजरायली सेना ने फिलिस्तीनी आतंकियों के साथ चल रही जंग के बीच रविवार को हमास की पोल खोल दी।
इजरायली सेना ने दावा किया है कि उसने यूएनआरडब्ल्यूए (फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए बनाए गए राहत कैंप) के नीचे एक सुंरग खोज निकाली है।
आईडीएफ ने दावा किया है कि यह हमास की सुरंग है, जो एक उनके दावे को पुख्ता करती है कि फिलिस्तीनी लोगों को मिल रही रसद सुरंग के जरिए हमास को पहुंचाई जा रही है।
उधर, फिलिस्तीनियों ने इज़रायल पर UNRWA को बदनाम करने के लिए गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है, जो गाजा पट्टी में 13,000 लोगों को रोजगार दे रहा है और वर्षों से सहायता पर निर्भर आबादी के लिए जीवन रेखा रहा है।
यूएनआरडब्ल्यूए गाजा में लंबे समय से एजेंसी स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य क्लिनिक और अन्य सामाजिक सेवाएँ चलाती है, और सहायता वितरित करती है।
संस्था यहां अपनी अपनी गतिविधियों को पूरी तरह से मानवीय मदद बताता रहा है। इजरायल का कहना है कि सुंरग मिलने के बाद हम मामले की जांच कर रहे हैं।
गौरतलब है कि यूएनआरडब्ल्यूए का मुख्यालय गाजा शहर के उत्तरी क्षेत्र में हैं, जहां इजरायली सैनिकों और टैंकों ने सत्तारूढ़ इस्लामी गुट हमास के खिलाफ चार महीने पुराने युद्ध की शुरुआत में कब्जा कर लिया था।
सुरंग पर इजरायल ने क्या दावे किए
इजरायली रक्षा बलों का दावा है कि सुरंग 700 मीटर लंबी और 18 मीटर गहरी थी। जो दो हिस्सों में बंटी। यह सुरंग अंदर से कमरों की तरह दिखाई देते हैं।
इसमें स्टील की तिजोरियाँ हैं, जिन्हें खाली किया जा चुका है। इसमें एक टाइलयुक्त शौचालय भी है। एक बड़ा कमरा कंप्यूटर सर्वर से भरा हुआ है।